MP TET EXAM रद्द कर ऑफलाइन कराई जाए पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह

एमपी टीईटी परीक्षा रद्द कर ऑफलाइन कराई जाए 
भोपाल, (एजेंसी)। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश में पिछले दिनों आयोजित प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एमपीटीईटी) को रद्द कर ऑफ लाइन कराए जाने की मांग की है। श्री सिंह ने रविवार को अपने ट्वीट में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासन काल में हो रही ऑनलाइन परीक्षाओं पर आरोप लग रहे हैं, जो सही पाए गए। एमपीटीईटी का पेपर शुरू होने से पहले ही स्क्रीनशॉट लिए गए। परीक्षा के दौरान प्रत्याशियों पहुंच चुके थे। उन्होंने मांग की कि इस परीक्षा को तत्काल रद्द कर ऑफ लाइन परीक्षाएं कराना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने ये जानकारी मिलने का भी दावा किया कि जिस लक्ष्मण सिंह का स्क्रीन शॉट है, वह सागर के मंत्री के परिवार से जुड़े हुए इंजिनियरिंग कॉलेज का कर्मचारी है। उन्होंने कहा कि इसकी भी जांच हो कर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिंह ने अपने ट्वीट के साथ एक खबर का लिंक भी पोस्ट किया है, जिसमें व्हिसल ब्लोअर डॉ आनंद राय के हवाले से ये दावा किया गया है कि ये परीक्षा शुरू होने के पहले ही स्क्रीन शॉट लिए गए और परीक्षा के दौरान ही सभी उत्तर प्रत्याशियों तक पहुंच गए थे।

भोपाल आ रहे अतिथि विद्वानों को फंदा में रोका, फिर वहां से खदेड़ा नहीं मिली भोपाल में आंदोलन के लिए परमिशन 
अतिथि विद्वान पदयात्रा कर रविवार को भोपाल पहुंचने वाले थे। यहां उच्च शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल नियमितीकरण की मांग को लेकर को ज्ञापन देना था। साथ ही मांग पूरी सीहोर के गणेश मंदिर से पदयात्रा कर नहीं होने पर अनिश्चितकालीन भोपाल आ रहे अतिथि विद्वानों को आंदोलन किया जाना था। लेकिन फंदा में ही रोक दिया गया है। उन्हें पुलिस ने इन्हें फंदा में रोक लिया। राजधानी में आंदोलन की अनुमति नहीं नियमितीकरण की मांग को लेकर मिल सकी है। बाद में उन्हें फंदा से भी अतिथि विद्वानों ने वर्ष 2019 में खदेड़ दिया। अतिथि विद्वानों की मांग कांग्रेस सरकार के समय लगभग तीन है कि उनका वेतन फिक्स कर 65 वर्ष माह तक राजधानी के शाहजहांनी तक सेवा में रखा जाए और प्रोफेसरों पार्क में धरना दिया था। तब मुख्यमंत्री के ट्रांसफर होने पर उन्हें प्रभावित नहीं ने आंदोलन स्थल पहुंचकर उनकी किया जाए। प्रदेशभर के कॉलेजों के मांग को उचित ठहराया था।

  • पैसा लंबाई, भार, आयतन तथा समय अंतराल से संबंधित प्रश्नों में चार मूल गणितीय संक्रियाओं का उपयोग करना
  • मीटर को सेंटीमीटर एवं सेंटीमीटर को मीटर में बदलना। पैटर्न संख्याओं से संबंधित पैटर्न को समझ आगे बढ़ाना, पैटर्न तैयार कर उसका संक्रियाओंके आधार पर सामान्यीकरण, त्रिभुजीय संख्याओं तथा वर्ग संख्याओं के पैटर्न पहचानना |
  • ज्यामिति मूल ज्यामितीय अवधारणायें, किरण, रेखाखण्ड, कोण (कोणों का वर्गीकरण), त्रिभुज, (त्रिभुजों का वर्गीकरण (1) भुजाओं के आधार पर (2) कोणों के आधार पर) त्रिभुज केतीनों कोणों का योग 180° होता हैं।
  • वृत्त के केंद्र, त्रिज्या तथा व्यास की पहचान व समझ । वृत्त, त्रिज्या व व्यास में परस्पर संबंध, सममित आकृति, परिवेश आधार पर समानान्तर रेखाव लम्बवत रेखा की समझ | सरल ज्यामितीय आकृतियों (त्रिभुज, आयत, वर्ग) का क्षेत्रफल तथा परिमाप दी गई आकृतिइकाई मानकर ज्ञात करना
  • परिवेश की 2D आकृतियों की पहचान | दैनिक जीवन से संबंधित विभिन्न आकड़ों को एकत्र करना
  • घड़ी के समय को घंटे तथा मिनिट में पढ़ना तथा AM और PM के रूप में व्यक्त करना |
  • 24 घंटे की घड़ी का 12 घंटे की घड़ी से संबंध | • दैनिक जीवन की घटनाओं में लगने वाले समय अंतराल की गणना ।
  • गुणा तथा भाग में पैटर्न की पहचान |
  • सममिति पर आधारित ज्यामिति पैटर्न।
  • दण्ड आलेख के माध्यम से प्रदर्शित कर उससे निष्कर्ष निकालना |
(ब) शिक्षा शास्त्र (पेडागाजी)
  • गणित शिक्षण द्वारा चिन्तन एवं तर्कशक्ति का विकास करना। पाठ्यक्रम में गणित का स्थानगणित की भाषा
  • प्रभावी शिक्षण हेतु परिवेश आधारित उपयुक्त शैक्षणिक सहायक सामग्री का निर्माण एवं उसका उपयोग करनेकी क्षमता का विकास करना
  • मूल्यांकन की नवीन विधियाँ, निदानात्मक परीक्षण व पुनः शिक्षण की क्षमता का विकास करना। गणित शिक्षण की नवीन विधियों का कक्षा शिक्षण में उपयोग करने की क्षमता

पर्यावरण अध्ययन (Environmental Study )
1. हमारा परिवार, हमारे मित्र
  • परिवार और समाज से सहसंबंध -परिवार के बड़े-बड़े बीमार, किशोर, विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की देखभाल और उनके प्रति हमारी संवेदनशीलता ।
  • हमारे पशु, पक्षी हमारे पालतू पशु-पक्षी, माल वाहक पशु, हमारे आस-पास के परिवेश में जीव-जन्तु,जानवरों पर प्रदूषण का प्रभाव ।
  • हमारे पेड़-पौधे स्थानीय पेड़-पौधे पेड़-पौधों एवं मनुष्यों की अन्तः निर्भरता, बनों की सुरक्षा और उनकीआवश्यकता और महत्व, पेड़-पौधों पर प्रदूषण का प्रभाव
  • हमारे प्राकृतिक संसाधन प्रमुख प्राकृतिक संसाधन, उनका संरक्षण, ऊर्जा के पारंपरिक और नवीनीकृत एवं अनवीनीकृत स्रोत ।

2. खेल एवं कार्य
  • खेल, व्यायाम और योगासना
  • पारिवारिक उत्सव, विभिन्न मनोरंजन के साधन-किताबें, कहानियाँ, कठपुतली प्ले मेला मांस्कृतिक कार्यक्रम एवं दिवसों को विद्यालय में मनाया जाना। – विभिन्न काम धंधे, उद्योग और व्यवसाय
3. आवास
  • पशु, पक्षी और मनुष्य के विभिन्न आवास, आवास की आवश्यकता और स्वस्थ जीवन के लिए आवास की विशेषताएँ।
  • स्थानीय इमारतों की सुरक्षा, सार्वजनिक संपत्ति, राष्ट्रीय धरोहर और उनकी देखभालउत्तम आवास और उसके निर्माण में प्रयुक्त सामग्री निर्माण सामग्री की गणना करना । 
  • शौचालय की स्वच्छता, परिवेश की साफ-सफाई और अच्छी आदते।
4. हमारा भोजन और आदतें
  • भोजन की आवश्यकता, भोजन के घटक 
  • फल एवं सब्जियों का महत्व, पौधों के अंगों के अनुसार फल, सब्जियाँ।
  • भोज्य पदार्थों का स्वास्थ्य वर्धक संयोजन
  • विभिन्न प्रकार की आयु का भोजन और उनको ग्रहण करने का सही समय
  • उत्तम स्वास्थ्य हेतु भोजन की स्वच्छता और सुरक्षा के उपाय। 
  • खाद्य संसाधनों की सुरक्षा

5. पानी और हवा प्रदूषण एवं संक्रमण
  •  जीवन के लिए स्वच्छ पानी और स्वच्छ हवा की आवश्यकता।
  • स्थानीय मौसम, जल चक्र और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और जलवायु परिवर्तन में हमारी भूमिका ।
  • पानी के स्त्रोत, उसके सुरक्षित रखरखाव और संरक्षण एवं पोषण के तरीके।
  • संक्रमित वायु एवं पानी से होने वाले रोग, उनका उपचार और बचाव, अन्य संक्रामक रोग
  • हवा, पानी, भूमि का प्रदूषण और उससे सुरक्षा, विभिन्न अपशिष्ट पदार्थों और उनका प्रबंधन, उचित निस्तारण
  • भूकंप, बात, सूखा आदि आपदाओं से सुरक्षा और बचाव के उपाय, आपदा प्रबंधन
  • प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन संसाधनों का उचित दोहन, डीजल, पेट्रोलियम खपत एवं संपोषण आदि

6. प्राकृतिक वस्तुएं और उपज
  • मिट्टी, पानी, बीज और फसल का संबंध, जैविक रासायनिक खाद
  • विभिन्न फसले, उनके उत्पादन क्षेत्र
  • फसल उत्पादन के लिए आवश्यक कृषि कार्य और उपकरण
7. मानव निर्मित साधन एवं उसके क्रियाकलापों का प्रभाव
  • बनों की कटाई और शहरीकरण, पारिस्थितिक संतुलन पर प्रभाव
  • ओजोन क्षय, अम्तीय वर्षा ग्लोबल वार्मिंग, ग्रीन हाउस प्रभाव आदि के वैज्ञानिक कारण एवं निदान ।
  • पालिथिन, प्लास्टिक का उपयोग और उनका अपघटक अपमार्जक जीवाश्म ईंधन के प्रयोग के प्रभाव।
  • आपदा प्रबंधन

8. अंतरिक्ष विज्ञान
  • अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का परिचय, उनके अंतरिक्ष में जीवन बिताने के अनुभव। 
  • अंतरिक्ष जीवन के वैज्ञानिक तथ्य जीवन की संभावनायें। 
  • अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष खोजें एवं भविष्यवाणियां

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