MPTET पद वृद्धि वर्ग 2 की काउंसलिंग करने की मांग को लेकर इंदर सिंह परमार का बयान

काउंसलिंग के लिए 3 जून को प्रदर्शन करेंगे अभ्यर्थी
भोपाल। स्कूलों में पद वृद्धि कर दूसरी काउंसलिंग की मांग को लेकर शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों द्वारा 3 जून को लोक शिक्षण संचालनालय कार्यालय एवं स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार के बंगले पर प्रदर्शन करेंगे। शिक्षक पात्रता परीक्षा संघ के प्रदेश संयोजक रंजीत गौर ने बताया कि केंद्र के राज्य स्तरीय शिक्षा रिपोर्ट 2021 के अनुसार प्रदेश में शिक्षकों के 87,630 पद रिक्त होने के बावजूद अभी तक नाम मात्र के पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्तियां दी गई हैं ।
                             
प्रदेश में 87 हजार से शिक्षकों के पद खाली, रिक्त पदों पर भर्ती हो मांगों को लेकर डीपीआई के सामने पात्र अभ्यर्थियों का प्रदर्शन 4 मई, प्रदेश में 10 वर्ष बाद हो रही शिक्षक भर्ती में अभी न तक नाम मात्र की नियुक्तियां की 7. गई हैं जबकि केंद्र, राज्य शिक्षा सर्वेक्षण 2021 के अनुसार प्रदेश 10 साल बाद हो रही शिक्षक भर्ती नाम मात्र की में 87,630 पद रिक्त बतलाए जा रहे हैं. इसे लेकर शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने बुधवार को लोक शिक्षण संचालनालय कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया.अभ्यर्थियों ने कहा कि जब सांसद, विधायक का एक भी पद 6 समस्त रिक्त पदों पर स्थाई शिक्षक भर्ती की मांग की और कहा कि माह से अधिक समय तक रिक्त नहीं रह सकता है तब शिक्षकों के हजारों की संख्या में पद कई वर्षों तक रिक्त क्यों रखे जाते हैं. अभ्यर्थियों ने आयुक्त के नाम ज्ञापन पत्र सौंपकर काउंसलिंग कराने की मांग की. पात्र सीएम तक लगा चुके हैं
उच्च एवं माध्यमिक शिक्षकों के लिए पदवृद्धि के साथ द्वितीय अभ्यर्थियों ने नारेबाजी करते हुए गुहार अभ्यर्थियों ने कहा है कि लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त के साथ-साथ प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग, आयुक्त जनजातीय विभाग, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर
सिंह परमार एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम भी ज्ञापन पत्र सौंपकर शिक्षक भर्ती पूर्ण कराने की मांग की गई, इससे पूर्व भी पात्र अभ्यर्थियों द्वारा कई बार भोपाल में विरोध प्रदर्शन किए जा चुके हैं अब देखना यह है कि आखिर सरकार कब तक इन राष्ट्र निर्माताओं व भावी शिक्षकों को सड़क पर संघर्ष करने के लिए मजबूर करती है.

द्वितीय काउंसलिंग की मांग

अभ्यर्थियों की प्रमुख रूप से यह अभ्यार्थियों को भी शीघ्र नियुक्तियां मांग भी की गई है कि शिक्षक भर्ती प्रदान की जाएं. ज्ञापन पत्र में समस्त के लिए द्वितीय काउंसलिंग में पूर्व से चयनित अभ्यर्थियों के नामों को हुए शिक्षक भर्ती पूर्ण कराने की मांग
पुनरावृत्ति ना हो प्रथम चरण में देखा गया है कि स्कूल शिक्षा विभाग एवं जनजातीय विभाग द्वारा एक ही अभ्यर्थी का नाम दोनों वर्गों में एवं दोनों विभागों में सम्मिलित कर दिया गया है, जिससे बैटिंग एवं अन्य पात्र अभ्यर्थियों ने आपत्ति जताई है. रंजीत गौर ने बताया कि स्थाई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया लगभग पिछले 4 वर्षों से बड़े ही धीमी गति से चल रही है. अतः समस्त रिक्त पदों पर द्वितीय काउंसलिंग करते हुए शेष पात्र विषयों की समान रूप से महत्व देते

पूरे भारत में रिक्त स्थानों की सूची 

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बाल विकास एवं शिक्षाशास्य (child Development & Pedagogy )

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  • बाल विकास की अवधारणा एवं इसका अधिगम से संबंध
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 (ब) समावेशित शिक्षा की अवधारणा एवं विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की समझ
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(स) अधिगम और शिक्षा शास्त्र (पेडागाजी)
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  • गणित शिक्षण द्वारा चिन्तन एवं तर्कशक्ति का विकास करना। पाठ्यक्रम में गणित का स्थानगणित की भाषा
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पर्यावरण अध्ययन (Environmental Study )
1. हमारा परिवार, हमारे मित्र
  • परिवार और समाज से सहसंबंध -परिवार के बड़े-बड़े बीमार, किशोर, विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की देखभाल और उनके प्रति हमारी संवेदनशीलता ।
  • हमारे पशु, पक्षी हमारे पालतू पशु-पक्षी, माल वाहक पशु, हमारे आस-पास के परिवेश में जीव-जन्तु,जानवरों पर प्रदूषण का प्रभाव ।
  • हमारे पेड़-पौधे स्थानीय पेड़-पौधे पेड़-पौधों एवं मनुष्यों की अन्तः निर्भरता, बनों की सुरक्षा और उनकीआवश्यकता और महत्व, पेड़-पौधों पर प्रदूषण का प्रभाव
  • हमारे प्राकृतिक संसाधन प्रमुख प्राकृतिक संसाधन, उनका संरक्षण, ऊर्जा के पारंपरिक और नवीनीकृत एवं अनवीनीकृत स्रोत ।

2. खेल एवं कार्य
  • खेल, व्यायाम और योगासना
  • पारिवारिक उत्सव, विभिन्न मनोरंजन के साधन-किताबें, कहानियाँ, कठपुतली प्ले मेला मांस्कृतिक कार्यक्रम एवं दिवसों को विद्यालय में मनाया जाना। – विभिन्न काम धंधे, उद्योग और व्यवसाय
3. आवास
  • पशु, पक्षी और मनुष्य के विभिन्न आवास, आवास की आवश्यकता और स्वस्थ जीवन के लिए आवास की विशेषताएँ।
  • स्थानीय इमारतों की सुरक्षा, सार्वजनिक संपत्ति, राष्ट्रीय धरोहर और उनकी देखभालउत्तम आवास और उसके निर्माण में प्रयुक्त सामग्री निर्माण सामग्री की गणना करना । 
  • शौचालय की स्वच्छता, परिवेश की साफ-सफाई और अच्छी आदते।
4. हमारा भोजन और आदतें
  • भोजन की आवश्यकता, भोजन के घटक 
  • फल एवं सब्जियों का महत्व, पौधों के अंगों के अनुसार फल, सब्जियाँ।
  • भोज्य पदार्थों का स्वास्थ्य वर्धक संयोजन
  • विभिन्न प्रकार की आयु का भोजन और उनको ग्रहण करने का सही समय
  • उत्तम स्वास्थ्य हेतु भोजन की स्वच्छता और सुरक्षा के उपाय। 
  • खाद्य संसाधनों की सुरक्षा

5. पानी और हवा प्रदूषण एवं संक्रमण
  •  जीवन के लिए स्वच्छ पानी और स्वच्छ हवा की आवश्यकता।
  • स्थानीय मौसम, जल चक्र और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और जलवायु परिवर्तन में हमारी भूमिका ।
  • पानी के स्त्रोत, उसके सुरक्षित रखरखाव और संरक्षण एवं पोषण के तरीके।
  • संक्रमित वायु एवं पानी से होने वाले रोग, उनका उपचार और बचाव, अन्य संक्रामक रोग
  • हवा, पानी, भूमि का प्रदूषण और उससे सुरक्षा, विभिन्न अपशिष्ट पदार्थों और उनका प्रबंधन, उचित निस्तारण
  • भूकंप, बात, सूखा आदि आपदाओं से सुरक्षा और बचाव के उपाय, आपदा प्रबंधन
  • प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन संसाधनों का उचित दोहन, डीजल, पेट्रोलियम खपत एवं संपोषण आदि
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6. प्राकृतिक वस्तुएं और उपज
  • मिट्टी, पानी, बीज और फसल का संबंध, जैविक रासायनिक खाद
  • विभिन्न फसले, उनके उत्पादन क्षेत्र
  • फसल उत्पादन के लिए आवश्यक कृषि कार्य और उपकरण
7. मानव निर्मित साधन एवं उसके क्रियाकलापों का प्रभाव
  • बनों की कटाई और शहरीकरण, पारिस्थितिक संतुलन पर प्रभाव
  • ओजोन क्षय, अम्तीय वर्षा ग्लोबल वार्मिंग, ग्रीन हाउस प्रभाव आदि के वैज्ञानिक कारण एवं निदान ।
  • पालिथिन, प्लास्टिक का उपयोग और उनका अपघटक अपमार्जक जीवाश्म ईंधन के प्रयोग के प्रभाव।
  • आपदा प्रबंधन

8. अंतरिक्ष विज्ञान
  • अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का परिचय, उनके अंतरिक्ष में जीवन बिताने के अनुभव। 
  • अंतरिक्ष जीवन के वैज्ञानिक तथ्य जीवन की संभावनायें। 
  • अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष खोजें एवं भविष्यवाणियां

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