MPTET 2023 मध्यप्रदेश में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों के रिक्त पदों पर वेटिंग लिस्ट से नियुक्ति नहीं होगी।

मध्यप्रदेश में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों के रिक्त पदों पर वेटिंग लिस्ट से नियुक्ति नहीं होगी। लोक शिक्षण संचालनालय ने शिक्षक पात्रता परीक्षा 2023 आयोजित करने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं। 
अभय वर्मा कमिश्नर लोक शिक्षण संचालनालय मध्य प्रदेश शासन के हस्ताक्षर से संचालक प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड मध्य प्रदेश भोपाल के नाम जारी आदेश क्रमांक 1409 दिनांक 30 जून 2022 के अनुसार स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत विषयमान से उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षकों के लिए वर्ष 2018-19 में परीक्षा का आयोजन किया गया था। 

नवीन रिक्त पदों की पूर्ति हेतु वर्ष 2023 पुनः परीक्षा आयोजित किए जाने पर विभागीय सहमति बनी है। अतः उच्च माध्यमिक शिक्षक के लिए 16 विषय माध्यमिक शिक्षक पद के लिए 7 विषयों हेतु शिक्षक पात्रता परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित करने हेतु अपने वार्षिक कैलेंडर में जोड़कर डिपार्टमेंट को सूचित करें। 

कुल मिलाकर डीपीआई कमिश्नर ने एमपी पीईबी के डायरेक्टर को आदेशित किया है कि वह अपने वार्षिक परीक्षा कार्यक्रम 2023 में अप्रैल के महीने में शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रकाशन करें। डीपीआई की तरफ से रिक्त पदों की सूची एवं निर्धारित नियम और निर्देश सहित कोई भी औपचारिकता पूरी नहीं की गई। यह एक प्रकार का वार्षिक कैलेंडर में रिजर्वेशन का पत्र है।

मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा पास वेटिंग लिस्ट वाले उम्मीदवारों के लिए गुड न्यूज़ है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा है कि जिन उम्मीदवारों की पात्रता समाप्त होने वाली है, अगले महीने उसे बढ़ा दिया जाएगा। 
सरकारी स्कूल में कक्षा 4 की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी के मामले में कई पत्रकारों ने स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से बात की। इसी दौरान दैनिक भास्कर के पत्रकार से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि जिन चयनित शिक्षकों की पात्रता की वैधता अगले महीने खत्म हो रही है उनकी वैधता की अवधि बढ़ाई जाएगी। शिक्षा मंत्री के इस बयान का एक अर्थ यह भी निकाला जा सकता है कि वेटिंग वाले उम्मीदवारों को नियुक्ति दी जाएगी। मध्यप्रदेश में हर साल होगी शिक्षक भर्ती: स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा 
सन 2018 में शुरू हुई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया सन 2022 तक पूरी नहीं हो पाई है लेकिन मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा है कि अब हर साल शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन करेंगे। सवाल यह है कि जब तक 2018 की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती तब तक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2023 का आयोजन कैसे कर सकते हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि 25 जुलाई वाले विरोध प्रदर्शन को टालने के लिए यह बयान जारी किया हो।

प्रदेश में अब हर साल की जाएगी शिक्षकों की भर्ती 

इंदर सिंह परमार ने कहा शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है। शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए प्रदेश में अब हर साल शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने दैनिक भास्कर से बातचीत में यह बताया। उन्होंने कहा कि इसके लिए मसौदा तैयार किया जा रहा है। जरूरत के हिसाब से शेड्यूल बनाकर तीनों श्रेणी के शिक्षकों वर्ग 1 वर्ग, 2 और वर्ग 3 की भर्ती की जाएगी। मंत्री ने कहा कि प्रदेश में लंबे अर्से बाद 2018 में शिक्षकों की भर्ती के लिए पात्रता परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में चयनित हुए शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। हर साल शिक्षकों के करीब 3 हजार पद खाली होते हैं। | स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री ने यह भी कहा कि जिन चयनित शिक्षकों की पात्रता की वैधता अगले महीने खत्म हो रही है उनकी वैधता की अवधि बढ़ाई जाएगी।
भोपाल: MP TET पेपर लीक मामले में सीएम के OSD पर स्क्रीनशॉट वायरल करने का आरोप लगाने वाले डॉ आनंद राय को बीजेपी सांसद ने अर्बन नक्सलाइट बताया है. बीजेपी राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा कि डॉ आनंद राय अर्बन नक्सलाइड, ब्लैकमेलर, आपराधिक मानसिकता और वामपंथी हैं. मुख्यमंत्री के ओएसडी और आदिवासी गौंड युवा अधिकारी लक्ष्मण मरकाम ने एट्रोसिटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई है. 

खातों की जांच में आएगी अनियमितताएं!

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सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा कि आनंद राय के बैंक अकाउंट की जांच होगी तो आर्थिक अनियमितताएं पाई जाएंगी. आनंद राय ने देश के साथ-साथ समाज को तोड़ने का और समाज को आपस में लड़ाने का काम किया है. यह गिरफ्तारी उनके लगातार झूठे कारनामे करने की वजह से हुई है. उन्होंने अपने कारनामों से पर्दा हटाने के लिए जबलपुर हाईकोर्ट जाकर महंगे वकीलों को लाखों रूपए की फीस देकर बचने का असफल प्रयास किया.

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राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर ने कहा कि डॉ आनंद राय ने शासकीय सेवा में रहते हुए लगातार सरकार और समाज के विरूद्ध काम किया है. यह अर्बन नक्सलवादी और भगोड़ा व्यक्ति है, जो मध्यप्रदेश से विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भगाया गया था और अब दिल्ली में गिरफ्तारी हुई है. यह देश और समाज को तोड़ने वाला और सिविल आचरण संहिता का पालन न करने के कारण नौकरी से निलंबित व्यक्ति भी है.

कब दर्ज हुआ था मामला

पुलिस ने 27 मार्च को सीएम के ओएसडी लक्ष्मण सिंह मरकाम की शिकायत पर आनंद राय के साथ केके मिश्रा के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था. मामले में केके मिश्रा को 1 अप्रैल को थाने से नोटिस तामील करा रिहा कर दिया गया. जबकि, आनंद राय को उसी केस में दिल्ली से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उन्हें 1 दिन की रिमांड पर क्राइम ब्रांच को सौंप दिया.

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लक्ष्मणसिंह मरकाम ने की थी शिकायत

सीएम के OSD लक्ष्मणसिंह मरकाम ने पुलिस को शिकायत दर्ज करते हुए आरोप लगाते हुए कहा था कि आनंद राय ने सार्वजनिक रूप से मेरी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से गलत और भ्रामक पोस्ट सोशल मीडिया पर जारी की थी. 26 मार्च को उन्होंने एकबार फिर फेसबुक पर एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए मेरा नाम कथित पेपर लीक मामले से जोड़ा था. 


आनंद राय ने क्या लिखा था

आनंद राय ने लिखा, ‘ MP TET वर्ग 3 का पेपर, लक्ष्मण मरकाम के मोबाइल तक कैसे पहुंचा. इसकी जांच होनी चाहिए. व्यापमं के कई अभ्यर्थियों के वॉट्सएप ग्रुप पर यह फोटो उपलब्ध कराई गई. इस घोटाले की CBI जांच होनी चाहिए. कुछ दिनों पहले राजस्थान में इसी तरह REET घोटाला हुआ था.

भोपाल: मध्यप्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा ( MP TET) पास कर चुके उम्मीवारों को शिवराज सरकार ने बड़ी खुशखबरी दी है. सरकार ने MP TET (Teacher Eligibility Test) के परीक्षा परिणाम की वैलिडिटी अवधि 2 साल से बढ़ाकर 3 साल कर दी है. राज्य शासन ने स्कूल शिक्षा सेवा (शैक्षिक सेवा) शर्ते भर्ती नियम 2018 में संसोधन कर ये आदेश -जारी किए हैं. 

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भर्ती नियम 2018 में संशोधन
सरकार ने स्कूल शिक्षा सेवा (शैक्षिक सेवा) शर्ते भर्ती नियम 2018 में संशोधन किया है. सेवा शर्तें भर्ती नियम 2018 में संशोधन के बाद उच्च माध्यमिक, माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की वैधता 2 साल से बढ़कर 3 साल हो गई है.

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नए रिजल्ट में भी मिलेगा फायदा

भर्ती नियम 2018 में संशोधन का लाभ आगे होने वाली परीक्षाओं में भी मिलेगा. अगर राज्य सरकार आगे भी पात्रता परीक्षा आयोजित कराती है, तो उसकी वैलेडिटी भी रिजल्ट घोषित होने की तारीख से तीन साल तक रहेगी. यानी अभी चल रही प्राथमिक शिक्षत भर्ती परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थी भी अगले तीन साल तक नियुक्ती के लिए पात्र होंगे.

2019 के रिजल्ट की ये होगी नई वैलीडिटी
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उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2018 (हायर सेकंडरी टीचर्स एलिजिबिलटी टेस्ट) के परिणाम 28 अगस्त 2019 को घोषित हुए. इसकी वैधता 28 अगस्त 2021 को खत्म हो गई थी, लेकिन अब इसकी नई वैधता 28 अगस्त 2022 हो गई है.

– माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट 26 अक्टूबर 2019 को आया था. अब इसकी वैधता 26 अक्टूबर 2022 तक रहेगी. वहीं, अगर राज्य सरकार आगे भी पात्रता परीक्षा आयोजित कराती है, तो उसकी वैलेडिटी भी रिजल्ट घोषित होने की तारीख से तीन साल तक रहेगी.

परेशान थे उम्मीदवार
इस फैसले से पात्रता परीक्षा पास कर चुके उम्मीदवारों की नियुक्ति की संभावनाएं बढ़ गई हैं. उन्हें एक साल का अतिरिक्त वक्त भी मिल गया है. वेटिंग में चल रहे उम्मीदवारों के लिए ये एक नई उम्मीद है. दरअसल, मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में भर्ती के उम्मीदवार, पात्रता परीक्षा की वैधता खत्म होने के कारण परेशान थे |

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8 मार्च को हुआ था आंदोलन
वेटिंग में चल रहे चयनित शिक्षकों ने पात्रता अवधि बढ़ाने के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री से लेकर तमाम अधिकारियों के पास गुहार लगाई थी. इसके साथ ही 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन वेटिंग में चल रही चयनित महिला शिक्षकों ने वैलिडिटी अवधि 3 साल बढ़ाने को लेकर आंदोलन किया था.

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